स्मृति मंधाना का इंटरनेशनल क्रिकेट में बड़ा रिकॉर्ड। Smriti Mandhana Ka International Cricket Mein Bada Record
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। वह टेस्ट, वनडे और टी20 अंतरराष्ट्रीय (T20I) क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में रिकॉर्ड बनाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गईं है। यह उपलब्धि उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टी20 मुकाबले में हासिल की जिन्होंने न केवल अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और भारतीय महिला क्रिकेट को भी गौरवान्वित किया और स्मृति मंधाना का इंटरनेशनल क्रिकेट में बड़ा रिकॉर्ड आपने नाम ओर भी स्मृति के बारे में जानकारी जानते है।
स्मृति मंधाना का ऐतिहासिक शतक-
28 जून 2025 को इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मुकाबले में स्मृति ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ा है। यह उनके करियर का पहला टी20 शतक था।और इसके साथ ही उन्होंने वह कारनामा कर दिखाया है, जो अब तक कोई भारतीय महिला क्रिकेटर नहीं कर पाई हैं इस शतक के साथ स्मृति ने टेस्ट, वनडे और टी20 में शतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया है। और इस उपलब्धि के साथ उन्होंने केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट में भी एक नया मुकाम हासिल किया है।
स्मृति मंधाना के क्रिकेट करियर पर एक नजर-
स्मृति मंधाना, जिनका जन्म 18 जुलाई 1996 को मुंबई में हुआ था, स्मृति मंधाना ने बहुत ही कम उम्र में क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ी है। वह बाएं हाथ की सलामी बल्लेबाज हैं और अपनी शानदार तकनीक और आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जानी जाती हैं। स्मृति ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 2013 में वनडे क्रिकेट से की थी और तब से वह भारतीय महिला क्रिकेट टीम की रीढ़ बन गई हैं।
स्मृति मंधाना का टेस्ट क्रिकेट कैसा रहा-
स्मृति ने हाल ही के वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में भी अपनी छाप छोड़ी है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2024 में उनकी शानदार शतकीय पारी ने उनको सुर्खियां में लाया था।
स्मृति मंधाना का वनडे क्रिकेट कैसा रहा-
स्मृति ने वनडे में कई महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं और उनके शतक उनकी बल्लेबाजी की गुणवत्ता को दर्शाते हैं। उनकी तकनीकी बल्लेबाजी और मैदान पर धैर्य उन्हें इस प्रारूप में खास बनाता है।
स्मृति मंधाना का टी20 क्रिकेट कैसा रहा –
टी20 में स्मृति की आक्रामक बल्लेबाजी ने उन्हें दुनिया भर में प्रशंसक दिलाए हैं। इस प्रारूप में उनका शतक भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक मील का पत्थर है। जिन्होंने 28 जून 2025 को इंग्लैंड के खिलाफ उनका शतक उनकी टी20 क्रिकेट में निरंतरता को दर्शाता है।
उपलब्धि की खासियत-
स्मृति मंधाना की यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट्स में शतक बनाना आसान नहीं है। टेस्ट क्रिकेट में धैर्य और तकनीक की जरूरत होती है, वनडे में संतुलन और निरंतरता की, जबकि टी20 में तेज और आक्रामक बल्लेबाजी की आवश्यकता होती है। स्मृति ने इन तीनों प्रारूपों में अपनी जबरदस्त प्रतिभा का प्रदर्शन किया। यह उपलब्धि न केवल उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण को दर्शाती है, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के बढ़ते स्तर को भी दिखाती है।
प्रशंसकों और दिग्गजों की प्रतिक्रिया-
स्मृति की इस उपलब्धि ने क्रिकेट प्रेमियों और दिग्गजों का दिल जीत लिया। सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ में पोस्ट्स की बाढ़ आ गई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भी इस उपलब्धि पर स्मृति को बधाई दी और इसे भारतीय क्रिकेट के लिए गर्व का क्षण बताया गया है। प्रशंसकों ने स्मृति को “रानी” और “इतिहास रचने वाली” जैसे विशेषणों से नवाजा है।
स्मृति मंधाना का प्रभाव-
स्मृति मंधाना का यह रिकॉर्ड भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक प्रेरणा है। उनकी इस उपलब्धि ने युवा क्रिकेटरों को और खासकर महिलाओं, को यह दिखाती है कि कड़ी मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। और स्मृति की बल्लेबाजी शैली, जिसमें तकनीक और आक्रामकता का शानदार मिश्रण है, उन्हें एक रोल मॉडल बनाती है। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके करियर का एक सुनहरा पल है, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के उज्ज्वल भविष्य का भी प्रतीक है।
स्मृति मंधाना का भविष्य की संभावनाएं कैसे होगी
स्मृति मंधाना अभी केवल 29 वर्ष की हैं और उनका करियर अभी लंबा है। इस उपलब्धि के बाद उनसे और भी बड़े रिकॉर्ड की उम्मीद की जा रही है। उनकी निरंतरता, फिटनेस और खेल के प्रति जुनून उन्हें भविष्य में और भी कई कीर्तिमान स्थापित करने का दावेदार बनाता है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उप-कप्तान के रूप में, भी स्मृति नेतृत्व में भी अपनी भूमिका निभा रही हैं और भविष्य में वह कप्तानी की जिम्मेदारी भी संभाल सकती हैं।
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